शतरंज का आविष्कार किसने किया?

शतरंज का आविष्कार किसने किया?
शतरंज का आविष्कार किसने किया?

आज इस आर्टिकल में हम आपको शतरंज का आविष्कार किसने किया? इसके बारे में जानकारी देंगे-

क्योंकि आज हम जानेंगे की शतरंज का आविष्कार किसने किया। शतरंज एक ऐसा खेल है दोस्तों जिसे सभी लोग यानि बच्चे, बूढ़े और जवान खेल सकते हैं इसे लोगों को खेलने में भी बहुत आनंद आता है और ये मस्तिष्क को भी तेज़ करता है। दोस्तों, हो सकता है के आप शतरंज न खेलते हो, लेकिन जब आप इस पूरी पोस्ट को पढेंगे तो आप शतरंज को ज़रूर खेलेंगे। ये खेल हमारे समाज में कठिन अथवा एक चुनौती माना जाता है। इस खेल को खेलने के लिए आपके पास तेज़ दिमाग होना बहुत आवश्यक है. तो बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं।

शतंरज क्या है

शतरंज का खेल एक ऐसा खेल है जिसे खेलने के लिए आपको तेज दिमाग की जरूरत होती है। इस खेल में दो तरह के बॉक्स बनाए जाते हैं, एक काला और एक जिसमें एक टुकड़ा रखा जाता है। इस खेल के नाम इस प्रकार हैं- राजा, रानी, घोड़ा, हाथी, प्यादे आदि. यह गेम जितना आसान लगता है उतना है नहीं. वास्तव में, कई प्राचीन खेल हैं जिनमें शारीरिक ऊर्जा शामिल है। शतरंज एक ऐसा खेल है. जो जगह-जगह बैठकर दिमाग की नसों पर जोर देकर खेला जाता है। शतरंज खेलने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक ऐसा खेल है जो प्राचीन लोगों का जीवन खुद को दर्शाता है।

शतंरज का इतिहास

आज के दौर में रणनीति वाले खेलों का सरताज “शतरंज” को कहा जाता हैं।
शतरंज के खेल का उल्लेख हमे महाकाव्य रामायण में भी मिलता हैं।  
लंकापति रावण ने अपनी पत्नी मंदोदरी का मन रखने के लिए शतरंज के खेल को बनाया था। प्राचीन भारत में यह खेल सिर्फ मजे और मस्ती के लिए ही नहीं खेले जाते थे। बल्कि इन खेलों में कई जिंदगियां दांव पर लग जाती थी। लोगो का मानना यह हैं कि शतरंज का खेल पर्शिया(PERSHIA) से उभरा हैं। प्राचीन भारत में यह खेल चतुरंगा (Chaturanga) के नाम से जाना था. चतुरंगा का खेल भारत में चौथी शताब्दी में खोजा गया था। वैसे तो शतरंज के खेल दो विरोधियों के बीच में खेला जाता हैं। परन्तु चतुरंगा का खेल चार लोगो के बीच में खेला जाता था।प्राचीन भारत में यह खेल चतुरंगा (Chaturanga) के नाम से जाना था। चतुरंगा का खेल भारत में चौथी शताब्दी में खोजा गया था।
वैसे तो शतरंज के खेल दो विरोधियों के बीच में खेला जाता हैं।
परन्तु चतुरंगा का खेल चार लोगो के बीच में खेला जाता था।

अख़बार का आविष्कार किसने किया?

शतरंज का आविष्कार किसने किया

शतंरज का आविष्कार किसने किया ये सठिक रूप से कह पाना बहुत मुश्किल है।
लेकिन सूत्रों के अनुसार शतंरज का आविष्कार भारत में ही हुआ था छठी शताब्दी में। आज का मॉडर्न chess हमारे पुराने खेल चुतुरंग (chaturanga) से लिया गया है। जो कि उस समय बहुत ही प्रचलित था भारत में. शतंरज दुनिया का सबसे पुराना दिमाग लगाने वाला खेल था।
हलांकि दुनिया में ऐसे शारीरिक उर्जा लगाने वाले कई खेल है, लेकिन शतरंज की बात ही कुछ और है।

भारत में शतंरज कब हुआ

शतंरज खेलने का कोई पुराना रिकोर्ड नही है लेकिन ऐसा माना जाता है. कि शतरंज वास्तव में भारत का ही खेल है और यह चतुरंग के विकसित हुआ है। साथ में ये भी पता चला कि यह खेल हमारे बिच में 4000 साल से चल रहा है। भारत में शतंरज की शुरुआत छठी शताब्दी के आसपास
हुई थी और हमारे पूर्वजो में से एक चतुरंगा ने शतंरज के इस आधुनिक खेल के पहलुओं को दिखाया।

Final Words

  • आज इस आर्टिकल में हमने आपको शतरंज का आविष्कार किसने किया? के बारे में जानकारी दी है।
  • इसको लेकर अगर आपका कोई सवाल या कोई सुझाव है तो आप निचे कमेंट कर सकते है।

इसे भी पढ़े – योगा करने के फायदे

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *