GDPR क्या है? और GDPR से क्या प्रभाव पड़ेगा?

आज हर किसी के पास GDPR से जुडी बहुत सारी email आ रही है और बहुत से लोग GDPR के बारे में पूछ रहे है की GDPR क्या है? और GDPR से क्या प्रभाव पड़ेगा? अगर आपके पास भी इस तरह की कोई email आई है तो आप भी सोच रहे होंगे की GDPR क्या है और इस तरह की email हमें क्यों भेजी जा रही है? खासकर जिनकी खुद की वेबसाइट है उनको इस तरह की email भेजी गयी है.

GDPR क्या है?

GDPR की full form General Data Protection Regulation है और इसको एक law की तरह यूरोप में लागू किया गया है. यह सिलसिला तब शुरू हुआ था जब लोगों को यह पता लगने लगा की फेसबुक के द्वारा आपका डाटा ट्रैक किया जाता है और फेसबुक अपने user की सभी एक्टिविटी पर नजर रखता है जो की user privacy का सीधे सीधे उल्लंघन करती है.

GDPR क्या है? और GDPR से क्या प्रभाव पड़ेगा?
GDPR क्या है? और GDPR से क्या प्रभाव पड़ेगा?

सूत्रों से यह भी पता लगा था की फेसबुक cookies के माध्यम से उन लोगों के डाटा को भी ट्रैक करते थे जिनका अकाउंट फेसबुक पर नहीं है. मई 2016 से GDPR के नए नियम यूरोपीय संघ के द्वारा बनाये गए जो 1995 के डेटा प्रोटेक्शन डायरेक्टिव रेग्युलेशन नियम की जगह लेंगे और यह 25 मई 2018 से लागू किये गए है.

GDPR के नियम

इसमें बनाये नए नियमों के तहत जिस डेटा की tracking की जाएगी उसके लिए user की अनुमति बहुत जरुरी है. अगर user की अनुमति के बिना कोई वेबसाइट user के डाटा को ट्रैक करती है तो उसको जुर्माना भरना होगा. जिस भी देता की tracking उसमे नाम, लिंग ई-मेल एड्रैस जैसे यूजर्स की ओर से स्वयं साझा की गई जानकारी शामिल होगी.

GDPR के नियम तोड़ने पर जुर्माना

अगर कोई भी वेबसाइट owner GDPR के नियम का उल्लंघन करता है तो उसको उसकी yearly revenue का 4th हिस्सा या 160 करोड़ रूपए का जुर्माना भरना पड़ेगा. अगर किसी कारणवंश किसी user का डाटा चोरी होता है तो उस वेबसाइट कंपनी द्वारा user को इस बात से अवगत करवाया जाएगा.

GDPR के फायदे

जब भी कोई नियम लागू किया जाता है यह सोच समझ कर किया जाता है की उसका प्रभाव कितना और उसका फायदा किसको और कितना होगा. अब हम आपको GDPR की वजह से होने वाले फायदों के बारे में बता रहे है.

  • इस कानून के लागू होने से हम अपने डाटा पर ज्यादा नियंत्रण रख सकते है.
  • इसकी वजह से साइबर सिक्यूरिटी में बढ़ावा होगा जिससे हम व्यक्तिगत डेटा को ट्रैक ना करने की अनुमति दे सकते है.
  • किसी भी डाटा को गोपनीय रखने के लिए वेबसाइट के owner कानून से बंधे होंगे और उल्लंघन करने पर भारी नुकसान सहना पड़ेगा.

GDPR का प्रभाव

GDPR वैसे तो यूरोप में लागू किया गया है लेकिन जब भी कोई यूरोप का user आपकी वेबसाइट पर आता है (चाहे वह इंडिया की हो) तो उस वेबसाइट owner को अपनी privacy पालिसी में यह बदलाव जरुरी है.

GPDR के लिए किसको Change करना जरुरी है?

अब इस बात का स्पष्टीकरण करना बहुत जरुरी है की किसको अपनी वेबसाइट में बदलाब करना जरुरी है.

  • जो ऑनलाइन प्रोडक्ट sell या buy करते है जहाँ पर user का डाटा collect होता है.
  • वेबसाइट जिस पर community बनी हुई है.
  • उन वेबसाइट पर जहाँ पर user को Sign Up करवाया जाता है.
  • जिन वेबसाइट पर newsletter के आप्शन दिए गए और user से उनके email और उनके डाटा collect किया जाता है.

GDPR Conclusion

इस आर्टिकल में हमने आपको GDPR के बारे में बताया है, जिससे आपको इस चीज की जानकारी मिल गई होगी की GDPR के नियम, GDPR के नियम तोड़ने पर जुर्माना, GDPR के फायदे, GDPR का प्रभाव और GPDR के लिए किसको Change करना जरुरी है? अगर आपके मन में कोई और सवाल है तो आप नीचे कमेंट करके भी पूछ सकते है.

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