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आग का आविष्कार कैसे हुआ?

आज इस आर्टिकल में हम आपको आग का आविष्कार कैसे हुआ इसके बारे में जानकारी देंगे-

आग इंसान के जीवन में एक बहुत बड़ा महत्वपूर्ण योगदान निभाता हैं. वर्तमाल काल में केवल खाना पकाने के लिए आग का उपयोग नही किया जाता, बल्कि ऐसे कई कार्य आग का इस्तेमाल से किया जा रहा हैं. वहीं अगर कुछ लाख साल पीछे कि बात करें, किस काल में आग का आविष्कार नही हुआ था उस वक्त लोग बिना पकाए हुए खाना खाते थे और उस काल के लोगो के दिमाग में आग जैसी कोई बात इक्सजेक्ट ही नही करता था कि आखीर आग जैसी कोई चीज भी होती हैं.

आग क्या है

आग तिन कारको का मिश्रण होता है यदि किसी स्थान पर ऑक्सीजन, इंधन तथा ऊष्मा ( उच्च तापमान ) एक जगह हो जाते है वो वहाँ आग लग जाती है. सन् 1830 के बाद दियासलाई का आविष्कार हो जाने के कारण आग प्रज्वलित रखने की विधि आई थी और आज मानव जीवन में आग के बहुत उपयोग है. यदि आग नहीं होती तो मानव जीवन इतना सरल नहीं होता और जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ी, लोग आग के सहारे अधिकाधिक ठंडे देशों में रहने लगे.

इतिहास

आग का आविष्कार आदिमानव काल में ही हो गया था. क्योंकि जंगलों में रहने वाले आदिमानव जंगली जानवरों से बचने के लिए आग का उपयोग करते थे और कहा जाता है. कि आदिमानव ने आग की खोज पत्थर को रगड़ के की थी जब वो पत्थर को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जा रहे तो गलती से पत्थर एक दूसरे के ऊपर गिरे और आदिमानव ने पत्थरों के टकराने से उत्पन्न चिनगारियों को देखा होगा. उस समय आदि मानव इससे डरता था लेकिन उनको इसका उपयोग करना सीखा और शुरू में आदिमानव यदि कहीं गुफाएं होती तो मनुष्य उन्हीं में रहने लगते थे.

अन्यथा वे बड़े पेड़ों की पत्तों वाली शाखाओं के बीच अपने लिए शरण स्थान बना लेते थे. उन्हें दो चीजों का भय रहता था मौसम और जंगली जानवर. आदिमानव नहीं जानता था कि बादल क्यों गरजते हैं या बिजली क्यों चमकती है और जब किसी चीज का कारण समझ में नहीं आता, तो आदमी उससे भयभीत रहता है. बाघ, शेर, चीता, हाथी और गैंडे जैसे खूँखार जानवर जंगलों में घूमते फिरते रहते थे.

आग का आविष्कार कैसे हुआ

आग का आविष्कार पत्थर टकराने से हुआ था. पैराणिक जानकारीयों के अनुसार, एक बार की बात हैं जब कुछ आदिमानव एक जगह पर बैठे हुए थे. जिनमे किसी ने पत्थर पर एक पत्थर फेंका जिनसे आग की चिंगाई निकली, जिसे देख कर आदिमानव आश्चर्यचकित हो गए. आग के आविष्कार के बारे में ऐसा भी कहा जाता हैं कि एक रात अचानक से जंगल में आग लग गई, उसे देख कर सभी आदिमानव डर गए थे.

जंगल में आग लगने का कारण पत्थरों को टकराने की ओर ही इशारा करता हैं. जब आग को पहली बार आदिमानव ने देखा तो आग से डरते था. लेकिन जब इसका उन्होंने इस्तेमाल करना आया तो वो अपनी सुरक्षा के लिए आग का इस्तेमाल करना शुरू किया.

पुरातत्वविदों के तर्क

पुरातत्वविद् तर्क देते हैं कि बहुत पहले हमारे पूर्वजों ने रगड़ से आग पैदा करने का हुनर सीख लिया था. ये भी मुमकिन है कि उन्होंने जंगलों में लगी आग से जलती हुई शाखें लाकर दूसरे स्थान पर मन मुताबिक़ उसका इस्तेमाल कर लिया हो. पूर्व आदिमानव ने भी ज़रूर इस तरकीब का इस्तेमाल किया होगा और वो इस तरीके को और आगे तक लेकर गए. उन्होंने इस आग के लिए भट्टियां तैयार की होंगी जिसमें वो ईंधन डालकर उसे जलाए रखते होंगे.

“कैलेंडर का आविष्कार किसने किया?”

मानव ने आग जलाना कैसे सीखा

आदिमानव आग को जलाना पाषाण काल में ही सीख लिया था. अन्नि की ज्ञान होने से पहले, आदिमानव अपने सुरक्षा के लिए हाथियार रखता था. उसी प्राक्रिया में आदिमानव औजार बनाने के लिए एक पत्थर पर दूसरे पत्थर पर चोट मारते थे उसी बीच पत्थर आपस में टकराने से चिंगारी निकली होगी जिसे देख कर चिंगारी की ओर आकर्षित हुआ होगा.

आज इस आर्टिकल में हमने आपको आग का आविष्कार कैसे हुआ इसके बारे में जानकारी दी है और इसको लेकर अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमे कमेंट करे.

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