एड्स क्या है एड्स की जांच कैसे करवाएं?

एड्स क्या है एड्स की जांच कैसे करवाएं?


आज हम इस आर्टिकल में आपको एड्स क्या होती है और इसकी जांच कैसे करवाएं?

इसके बारे में बताने जा रहे हैं. एड्स मानव के द्वारा फैलता है उसके फैलने के बाद यह मानव की रोग प्रतिरोध क्षमता को कमजोर करता है. एड्स शरीर की रोग प्रति रोधक क्षमता पर आक्रमण करता है जिसका काम शरीर को संक्रामक बीमारियों जोकि जीवाणु और विषाणु से होती है  इनसे बचाना होता है. एड्स संक्रमित व्यक्ति के आने से (सम्भोग, खून का आदान प्रदान, एक ही ब्लेड या इंजेक्शन को संक्रमित व्यक्ति और सामान्य इंसान पर इस्तेमाल करना) एड्स हो सकता है. आजकल बहुत सारे लोग HIV पॉजिटिव होने को एड्स समझ लेते हैं लेकिन वह सही नहीं होता है. HIV पॉजिटिव होने के कारण जब संक्रमित व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता खत्म हो जाती है तब उसे घातक रोग घेर लेते हैं इस स्थिति को एड्स कहते हैं.

एड्स क्या है एड्स की जांच कैसे करवाएं

एड्स की जांच कैसे करवाएं

एड्स की जांच करवाने के लिए सबसे पहले आपको लैब में जाना होगा.
लैब में जाने के बाद वहां पर आपको यह कहना होगा कि हमें HIV की जांच करवानी है
या एचआईवी का टेस्ट करवाना है. इसके बाद में आपके खून का सैंपल लेकर आपके एड्स की जांच कर देगा.
एड्स की जांच करने के बाद उस पर यह निर्भर होता है कि रिजल्ट पॉजिटिव आया है
या नेगेटिव पॉजिटिव ओर नेगेटिव इन के बारे में हम नीचे बता रहे हैं.

एड्स का नेगेटिव रिजल्ट – एड्स क्या है एड्स की जांच कैसे करवाएं

आमतौर पर किसी टेस्ट के नेगेटिव रिजल्ट का अर्थ यही होता है कि आप संक्रमित नहीं है. एड्स टेस्ट के नेगेटिव रिजल्ट का मतलब यह नहीं है कि आपको एड्स नहीं हुई है ऐसा इसीलिए क्योंकि यह विंडो पीरियड पर निर्भर करता है. विंडो पीरियड एक समय अवधि होती है. यह अवधि किसी व्यक्ति के HIV के संपर्क में आने की संभावना से लेकर टेस्ट द्वारा यह सुनिश्चित करने तक एड्स है या नहीं तक होती है. विंडो पीरियड हर व्यक्ति और आप एड्स के लिए टेस्ट करवाते रहना चाहिए नहीं आपको विंडो पीरियड के बाद फिर से टेस्ट करवाना चाहिए.

एड्स का पॉजिटिव रिजल्ट – एड्स क्या है एड्स की जांच कैसे करवाएं

एड्स की उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए कई बार बहुत सारे टेस्ट किए जाते हैं. अगर बार-बार टेस्ट के बाद भी टेस्ट में पॉजिटिव दिखा रहे हैं इसका मतलब तो यह है कि आप एड्स से ग्रस्त हो गये हैं. आप जांच टेस्ट के बाद पाजिटिव दिखाया गया है तो इसे के बाद भी कई टेस्ट करवाने होते हैं ताकि सुनिश्चित किया जा सके की पक्की जांच की जाए की रिजल्ट ठीक है. खून का टेस्ट सैम्पल लेकर भी टेस्ट किया गया था वहां पर उसी से सैंपल से कई टेस्ट किए जाते हैं जैसे ही एड्स पॉजिटिव रिजल्ट आता है उसके तुरंत बाद ही मेडिकल सहायता और उपचार शुरू करना बहुत जरूरी होता है क्योंकि एड्स एक ऐसी समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को लग सकती है और इसका इलाज जल्दी से जल्दी करवाना चाहिए.

Final Words

आज हमने आपको इस आर्टिकल में एड्स क्या होती है और इसकी जांच कैसे करवाए इसके बारे में बताया है.
अगर आपको हमारे आर्टिकल से जुडी कुछ और जानकारी लेनी है
तो नीचे कमेंट बॉक्स में भी कमेंट कर सकते है.

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