कटिचक्रासन कैसे करते है तथा इसके फायदे

कटिचक्रासन कैसे करते है तथा इसके फायदे

कटिचक्रासन आसन एक प्रकार का महत्त्वपूर्ण आसन है।
इस आसन को कटिचक्रासन आसन इसलिए कहते इसमे ये कटिचक्रासन  तीन शब्दों से मिलकर बना है
ये आसन पहिए की तरह चलते रहेंगे।
आज इस आर्टिकल में हम आपको कटिचक्रासन कैसे करते है तथा इसके फायदे क्या क्या है इसके बारे में बतायेंगे.

कटिचक्रासन कैसे करते है तथा इसके फायदे

कटिचक्रासन कैसे करते है?

कटिचक्रासन कैसे करते है तथा इसके फायदे

  • सबसे पहले एक हवादार जगह का च्यन कर लें।
  • उसके बाद साफ आसन पर खड़े हो जाएँ।
  • फिर पैरों को एक-दूसरे से 12 इंच दूर रखना है और जमीन पर जमकर खड़े हो जाएं।
  • उसके बाद अपनी बांहों को छाती के सामने से बाहर की ओर ऐसे फैलाएं कि हथेलियां आमने-सामने हों।
  • सांस भरे और सांस छोड़ते हुए अपने बांहों को धीरे-धीरे अपने शरीर की दाईं ओर ले जाएं।
  • फिर अपने शरीर को दाईं ओर घुमाना है।
  • शरीर को कमर से मोड़ना है और अपनी बांहों को यथासंभव पीछे की ओर ले जाने का प्रयास करना है।
  • दाईं और घुमाते समय दाईं बांह को सीधा रखना चाहिए और बाईं बांह मुड़नी चाहिए।
  • जब आप अच्छी तरह घूम जाते हैं तो इस स्थिति को बनाए रखें और फिर सांस लेते हुए आप बीच में आएं।
  • यह आधा चक्र हुआ।
  • यही प्रक्रिया बाईं ओर भी दोहारानी है।
  • अब एक चक्र हुआ।
  • इस आसन को आप 3-4 बार कर सकते है।

Katichakrasan के लाभ

  • कटिचक्रासन को करने से कंधे मजबूत व चौड़े बनते हैं।
  • इस आसन से गर्दन और पीठ की जकड़न दूर होती है।
  • इससे शरीर में हल्कापन महसूस होता है।
  • कटिचक्रासन को करने से शरीर का आलस खत्म होता है।
  • इससे शरीर लचीला होता है।
  • इस आसन को करने से पाचन शक्ति का विकास होता है।
  • कटिचक्रासन को करने से पेट की चर्बी कम होती है।
  • इस आसन को निमयित रूप करने से कब्ज दूर होती है।
  • कटिचक्रासन से मन शांत होता है तो तनाव दूर होता है।
  • इससे रीढ़ की हड्डी का दर्द ठीक होता है।
  • इसको करने से शरीर मे हलकापन आता है।

कटिचक्रासन करते समय सावधानियाँ

  • कटिचक्रासन को करने से पहले ये ध्यान रखना चाहिए कि वो आसन साफ व हवादार हो।
  • इस आसन को मासिक धर्म के दौरान नहीं करना चाहिए।
  • कटिचक्रासन को करने से पहले हमें इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए।
  • कटिचक्रासन खाली पेट में करना चाहिए।
  • अगर शरीर पर कोई चोट लगी हो तो ये आसन नहीं करना चाहिए।
  • रीढ़ की हड्डी मे कोई दर्द हो तो आसन नहीं करना चाहिए।
  • गर्भवस्था के दौरान आसन नहीं करना चाहिए।

Final Words

आज इस आर्टिकल मे हमने आपको कटिचक्रासन आसन कैसे करते है तथा उसके फायदों के बारे मे बताया. इसको लेकर अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो आप नीचे कमेंट कर सकते है।

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