वॉलीबॉल खेल क्या है और इसका इतिहास

वॉलीबॉल खेल क्या है और इसका इतिहास
वॉलीबॉल खेल क्या है और इसका इतिहास

आज इस आर्टिकल में हम आपको वॉलीबॉल खेल क्या है और इसका इतिहास के बारे में कुछ जानकारी देगें
और उसके नियमों के बारे में भी बताएगें. तो चलो शुरू करते है-

वॉलीबॉल खेल क्या है और इसका इतिहास

इतिहास

वॉलीबॉल खेल सन, 1895 में अमेरिका के विलियम जी ने सबसे पहले न्यूयार्क में खेला था और सन, 1928 में एसोसिएशन की स्थापना हुई। पहली चैम्पियनशिप सन, 1949 में आयोजित कि गई थी अभी ओलंपिक की टीमें भी बन चुकी है और भारत में सबसे पहले शुरुआत मद्राश में हुई थी और सबसे पहला मैच सन, 1916 लाहौर में खेला गया था। इस मैच को जीतने के बाद वॉलीबॉल के चाहने वालो ने पंजाब के लुधियाना शहर में फैडरेशन ऑफ इण्डिया की स्थापना की। और इस खेल में महँगे उपकरणों की आवश्कता नही होती इसलिए यह खेल हमारे देश में बहुत से गाँवों और शहरों में भी खेला जाता है
यह खेल अब बहुत से देशों का राष्ट्रीय खेल भी बन चूका है।

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नियम

एक टीम में मैच के समय 6 खिलाड़ी खेलते है और दोनों टीम के बीच में एक नेट बंधा होता है और दोनों तरफ के खिलाड़ियों को नेट के उपर से विरोधी टीम की साईंड बॉल को गिरना होता है जो बॉल को गिरता है उस टीम का एक पॉइंट हो जाता है खेल शुरू होने से पहले सिक्का उछाला जाता हो उसे टॉस कहते है जो टॉस जीत जाता है उसे पहले सर्विस करने का मौक़ा मिलता है। एक साईंड के खिलाड़ी बॉल को बस 3 बार ही छु सकते है. जिस खिलाड़ी को ‘पास’ मिलता है या यूं कहें कि जो दूसरे नंबर का खिलाड़ी होता है उसे ‘सेटर’ कहते हैं और उसकी कोशिश होती है कि जितना हो सके वह नेट के उतनी नज़दीक गेंद को ले कर जा सके ताकि तीसरा खिलाड़ी स्मैश का प्रयोग कर अंक बटोर सके।

खिलाड़ी की स्थिति

वॉलीबॉल खेल अटैकलाइन जो फ्रंट और बैक कोर्ट को बांटती है वह नेट से 3 मीटर (10 फ़िट) दूर होती है खेल के अन्तर्गत प्रत्येक टीम में खिलाडियों की पांच पोज़ीशन सेंटर्स, मिडल ब्लॉकर्स, आउटसाइड हिटर, वीकसाइड हिटर, लीबरो होती है। जिसमें सेंटर्स का कार्य बॉल को पास कर स्पाइकर्स तक पहुचाना होता हैम ताकि वह स्मैश मार सकें पाइकर द्वारा हित की गयी बॉल को रोकने की जिम्मेदारी मिडल ब्लॉकर्स की होती है, इसके साथ ही यदि इन्हें बीच में बाल मिल जाती है,
तो वह उसे हिट करते हैं।

वॉलीबॉल खेल का मैदान

Voleyboll कोर्ट 18 मीटर (59 फ़िट) लंबा और 9 मीटर (29.5 फ़िट) चौड़ा होना चाहिए।कोर्ट को दो भागों में बांटा जाता है। जिसमे 9 मीटर (29.5 फ़िट) के बाद बीच में नेट लगाया जाता है। नेट का ऊपरी हिस्सा 2.43 मीटर (7.97 फ़िट) की उंचाई पर होता है (मेंस) और 2.24 मीटर (7.35 फ़िट) की ऊंचाई वुमेंस के लिए होती है। अटैकलाइन जो फ्रंट और बैक कोर्ट को बांटती है वह नेट से 3 मीटर (10 फ़िट) दूर होती है कोर्ट 18 मीटर (59 फ़िट) लंबा और 9 मीटर (29.5 फ़िट) चौड़ा होना चाहिए।कोर्ट को दो भागों में बांटा जाता है जिसमे 9 मीटर (29.5 फ़िट) के बाद बीच में नेट लगाया जाता है। नेट का ऊपरी हिस्सा 2.43 मीटर (7.97 फ़िट) की उंचाई पर होता है (मेंस) और 2.24 मीटर (7.35 फ़िट) की ऊंचाई वुमेंस के लिए होती है।
अटैकलाइन जो फ्रंट और बैक कोर्ट को बांटती है वह नेट से 3 मीटर (10 फ़िट) दूर होती है।

Final Words

  • आज इस आर्टिकल में हमने आपको वॉलीबॉल खेल के बारे में जानकारी दी है
    और उसके नियमों के बारे में भी बताया है। .
  • अगर आपको इसके उपर कोई सवाल या सुझाव हो तो हमे कमेंट करे।

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