जिमीकन्द को सूरन के नाम से भी जाना जाता है। इसकी तासीर गर्म होती है। हमारे देश में इसका उपयोग सब्ज़ी के रूप में किया जाता है। प्रकृति ने रोग निवारण के लिए जो औषधियाँ बनायी हैं उनमें से जिमीकन्द भी एक है। इसके द्वारा मानव जाति इन रोगों का उपचार कर सकती है. इस आर्टिकल में हम आपको जिमीकन्द से रोगों का इलाज के बारे में बताने जा रहे है जो की देखने में बिलकुल शकरकन्द जैसा लगता है
जिमीकन्द से रोगों का इलाज – Yam in Hindi

चर्म रोग
हर प्रकार के चर्म रोग दाद, खुजली, कोढ़ के लिये जिमी कन्द की सब्जी बनाकर खाना अति उपयोगी माना जाता है।
खूनी बवसीर
चावल तथा इमली के पत्तों के साथ-साथ जिमीकन्द की सब्जी भी बराबर मात्रा में प्रति दिन खाने से खूनी बवासीर ठीक हो जाती है।
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बादी बवासीर
बादी बवासीर के रोगियों को जिमीकन्द को सब्जी के रूप में सेवन करना चाहिए। उस सब्जी में गर्म मसालें न डालें।
सावधानी
त्वचा-विकार, ह्रदयरोग, रक्तस्राव एवं कुष्ठ रोगियों को जिमीकंद का सेवन नही करना चाहिए। अत्यंत कमजोर व्यक्ति के लिए उबाला हुआ जिमीकंद पथ्य होने पर भी इसका ज्यादा मात्रा से निरंतर सेवन हानि करता हैू।
जिमीकंद के उपयोग से यदि मुंह आना, कंठदाह या खुजली जैसा हो तो नींबू अथवा इमली का सेवन करें।
Final Word
आज इस आर्टिकल में हमने आपको जिमीकन्द से रोगों का इलाज – Yam in Hindi के बारे में बताया है, अगर आपको इससे जुडी कोई अन्य जानकारी चाहिए तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते है.