आज इस आर्टिकल में हम आपको पालक के गुणों और पालक के औषधीय गुण – Palak ke Fayde के बारे में बताने जा रहे हैं कि किस प्रकार पालक से रोगों के उपचार किए जा सकते हैं. पालक का प्रयोग हम रस के रूप में सब्जी के रूप में या फिर चटनी के रूप में भी कर सकते हैं. पालक का पौधा वनस्पति में अमरन्थेसी कुल के रूप में पाया जाता है. पालक का पौधा सर्दी के मौसम में उगाया जाता है अधिक गर्मी में फल का पौधा नहीं पनपता. पालक के पौधे के लिए हल्की दोमट मिट्टी बलुई, मिट्टी में पीपल का पौधा उग सकता है. पालक के पौधे में लोहे के गुण पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध होते हैं.
पालक के औषधीय गुण – Palak ke Fayde
पालक एक अत्यंत गुणकारी साग सब्जी है. पालक के अंदर विटामिन ए. सी. लोहा और कैल्शियम काफी मात्रा में पाए जाते हैं. जिन लोगों के शरीर में खून की कमी होने के लिए पालक बहुत अच्छा होता है. डेढ़ सौ ग्राम पालक का रस निकालकर दिन में तीन बार लेने से शरीर की कमजोरी दूर हो जाती है इसके साथ साथ दिमाग को शक्ति प्राप्त होती है.
चेहरे की झाइयां
जिन लोगों को चेहरे पर समय से पूर्व झाइयां तथा कालिमा छाने लगे उन्हें सुबह निहार मुंह पीना चाहिए. मार्च तक 100 ग्राम पलकर रस प्रतिदिन पीने वालों के चेहरे का रंग निखर जाता है.
पीलिया के लिए
इन रोगों में पालक का रस बहुत लाभकारी सिद्ध होता है पालक का रस तथा खाने में भी पालक का साग देना चाहिए.
हिमोग्लोबिन की कमी
पालक की सब्जी खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी पूरी होती है.
गर्भावस्था में पालक
गर्भावस्था में पालक की सब्जी खाने से बच्चे में आयरन की कमी पूरी होती है. गर्भावस्था में महिलाओं के लिए पालक की सब्जी बहुत ही लाभकारी होती है. पलक में बहुत से पोषक तत्व होते हैं जिससे गर्भ में ही बच्चे को पोषक तत्व मिल जाते हैं.
बच्चों के लिए पालक
बच्चों के लिए पालक बहुत ही आवश्यक तत्व है इसे खाने से बच्चों में आयरन की कमी पूरी होती है. पालक खाने से बच्चों में एनीमिया का खतरा नहीं रहता
Final Word
आज इस आर्टिकल में हमने आपको पालक के औषधीय गुण – Palak ke Fayde के बारे में बताया है. अगर आपको इससे जुडी कोई अन्य जानकरी चाहिए तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते है. आशा करते है तो आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया है हम आशा करते है की आप इससे अपने फ्रेंड्स के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें.
Palak me loha paya jata h ye hamare sarir m kaise kam karta hai aur ise konsa ang jyada parbhavit hota h
लोहे के सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक हेम संश्लेषण(heme synthesis) है, जो हीमोग्लोबिन बनाता है, यह एक प्रोटीन जो लाल रक्त कोशिकाओं (RBC) में पाया जाता है। हीमोग्लोबिन की प्राथमिक भूमिका बुनियादी जीवन कार्यों को बनाए रखने के लिए फेफड़ों से शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन का परिवहन करना है। यहाँ पर जो अक्षर काले दिखाई दे रहे है वह आपके सवालों का जवाब हो सकता है.
kya ap bta skte hai ki palak ka sevan sbhi ko krna chahiye