लकवा मारना पक्षाघात या अंग्रेजी भाषा में कहें तो पैरालिसिस ऐसी स्थिति होती है. जिसमें एक या एक से अधिक मांसपेशियों समूह में मांसपेशियों का कार्य करना पूर्णता असमर्थ हो जाता है. जिसकी वजह से वहां पर संवेदनशक्ति खत्म हो जाती है और उस स्थान का संबंध अगर चलने फिरने से होता है तो रोगी को चलने फिरने में भी परेशानी होती है. आज इस आर्टिकल में हम आपको पक्षाघात या पैरालिसिस के घरेलू उपाय / लकवा मार जाने पर किए जाने वाले घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप इस समस्या को दूर कर सकते हैं.
लकवा मार जाने पर किए जाने वाले घरेलू उपाय
उड़द
लकवा की समस्या को दूर करने के लिए उड़द और को चाय की तरह उबालकर रोगी को देने से इस रोग में आराम मिलता है.
उड़द की दाल
उड़द की दाल को पीसकर उसको घी में सेक लें और इसके बाद में इसमें पिसा हुआ गुड और पिसी सौंफ मिलाकर लड्डू बना ले दिन में एक लड्डू का सेवन करें इससे आपको इस समस्या में आराम मिल जाएगा.
लहसुन
चेहरे या ऊपरी हिस्से आधे भाग में लकवा मार जाने पर 25 ग्राम छिला हुआ लहसुन 1 किलो दूध में उबाल ले और जब यह दूध खीर की तरह गाढ़ा हो जाए तो उसे आग से उतारकर रोजाना 25 ग्राम की मात्रा में इसका सेवन करें.
सेब
सेब, अंगूर नाशपति इन तीनों का रस समान मात्रा में मिलाकर रोजाना पीने से इस समस्या का निदान होता है.
कपास की जड़
6 ग्राम शहद में 6 ग्राम कपास की जड़ का चूर्ण मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से भी लकवा रोग दूर हो जाता है.
लहसुन और शहद
लहसुन के 5-6 कली को पीसकर 15 ग्राम शहद में मिलाकर सुबह-शाम इसको चाटने से इस रोग में आराम मिलता है.
कड़वी लौकी
कड़वी लौकी के बीज पानी में पीसकर लकवाग्रस्त अंग पर लेप करने से इस रोग को दूर करने में मदद मिलती है.
काली मिर्च
10 ग्राम काली मिर्च पीसकर ढाई सौ ग्राम सरसों के तेल में मिला लें और लकवाग्रस्त स्थान पर इसका इस्तेमाल करें.
कलौंजी
कलौंजी के तेल की मालिश करने से भी इस रोग में काफी आराम मिलता है.
Final Word
आज इस आर्टिकल में हमने आपको लकवा रोग दूर करने के घरेलू उपाय के बारे में बताएं. अगर आपको इसके बारे में कुछ और जानना है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में भी कमेंट करके पूछ सकते हैं.
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