Ayurvedic NuskheHealth

प्याज के औषधीय गुण

प्याज एक ऐसी सब्जी है जोकि आपको हर रसोई में मिल जाएगा, अमीर हो या गरीब लगभग सभी इसका इस्तेमाल करते हैं. किसी भी रोग का सबसे सस्ता उपचार प्याज के द्वारा किया जा सकता है. प्याज में कुछ ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं, जिसकी मदद से कई तरह के रोगों को दूर किया जा सकता है. आज इस आर्टिकल में हम आपको प्याज के औषधीय गुण के बारे में बताने जा रहे हैं. आलू के औषधीय गुण

Contents hide
1 प्याज के औषधीय गुण

प्याज के औषधीय गुण

प्याज के 10 फायदे

पेट के रोग में प्याज का इस्तेमाल

पेट में कृमि या अजीर्ण अधिक मात्रा में पैदा हो जाने पर प्याज के रस एक चम्मच दो-दो घंटे बाद लेते रहने से पेट दर्द ठीक हो जाता है.

पेचिश रोग में प्याज का इस्तेमाल

इस रोग को दूर करने के लिए एक प्याज को लेकर उसे छीलकर बारीक काट कर दही में डालकर दिन में कम से कम तीन से चार बार खाने से पेट के रोग ठीक हो जाता है.

आंखों के रोग में प्याज का इस्तेमाल

प्याज के रस को आंखों में रात को सोते समय डालने से आंखों के रोग दूर हो जाते हैं, और नजर की कमजोरी भी दूर हो जाती है. चश्मा को उतारने के लिए यह बहुत ही सही विकल्प है.

मानसिक रोग में प्याज का इस्तेमाल

हिस्टीरिया जैसे रोगों को दूर करने के लिए प्याज का इस्तेमाल बहुत ही उपयोगी माना गया है. जब किसी को दौरा पड़ता है, तो उस दौरान प्याज के रस का एक-एक कतरा रोगी के नथनों में डालने से रोगी को तुरंत आराम मिल जाता है और इस तरह के रोगियों को सुबह-शाम दोनों समय प्याज के रस पिलाने से यह रोग ठीक हो जाते हैं.

एड़िया फटने पर प्याज का इस्तेमाल

अगर आपकी एड़िया फटने लगी है तो प्याज को पीसकर बांध लेना चाहिए इससे अपनी एड़िया फटनी बंद हो जाती है.

खूनी बवासीर में प्याज का इस्तेमाल

इस रोग को ठीक करने के लिए डेढ़ सौ ग्राम प्याज के रस में 75 ग्राम शक्कर मिलाकर दिन में तीन बार पीने से यह रोग ठीक हो जाता है.

बादी बवासीर रोग में प्याज का इस्तेमाल

इस रोग को ठीक करने के लिए प्याज को छीलकर गर्म राख में भुन लें और ठंडा करके पीस लें. फिर उसे देसी घी में भूनकर उस लुगदी को मस्सों के उपर मरहम की तरह लगा लें. कुछ ही दिनों में मस्से गायब हो जाते हैं और दर्द भी ठीक हो जाता है.

लू लगने पर प्याज का इस्तेमाल

अगर किसी को लू लग गयी है तो उस रोगी को प्याज का रस पिलाना चाहिए तथा उसकी छाती पर प्याज के रस से मालिश करनी चाहिए. लू के दिनों में प्याज का अधिकाधिक सेवन करना चाहिए.

गंजेपन को दूर करने के लिए प्याज का इस्तेमाल

गंजा होना, बाल झड़ना यह बहुत ही बुरे रोग माने जाते हैं, अगर आपको इस प्रकार का कोई रोग हो गया है, जिसमें कि आपके बाल झड़ रहे हैं या आप गंजे हो रहे हैं तो प्याज के रस की मालिश कुछ दिनों तक लगातार करने से गंजे सिर पर बाल उगने लगते हैं और बाल झड़ना बंद हो जाते हैं.

कानों के रोग को दूर करने के लिए प्याज का इस्तेमाल

कान में दर्द हो या पस पड़ जाए या कान बंद हो तो प्याज के रस को गर्म करके दो-दो बूंद कान में डालने से यह सभी समस्याएं ठीक हो जाती हैं.

भूख ना लगने पर प्याज का इस्तेमाल

अगर किसी वजह से या पेट के रोग की वजह से आपको भूख लगनी बंद हो गई है, तो आप खाना खाने के साथ प्याज काला नमक काली मिर्च पिसी हुई और नींबू का रस इन सभी को इकट्ठा करके सुबह शाम खाएं. इससे पेट के सभी रोग ठीक हो जाते हैं और भूख भी बढ़ जाती है.

मिर्गी रोग में प्याज का इस्तेमाल

मिर्गी रोग को दूर करने के लिए तीन प्याज का रस निकालकर सुबह के समय पानी मिलाकर मिर्गी के रोगी को देने से मिर्गी रोग ठीक हो जाता है. इसका उपचार लगभग कम से कम आपको 2 महीने तक लगातार करना होगा.

पथरी रोग में प्याज का इस्तेमाल

प्याज के रस को 100 ग्राम लेकर उसे मिश्री में घोलकर रोजाना सुबह के समय 1 महीने तक लगातार पीने से पथरी टूटकर पेशाब के द्वारा बाहर निकल जाती है.

सांस के रोग को दूर करने के लिए प्याज का इस्तेमाल

सांस रोग. गले का रोग. खांसी इन समस्याओं को दूर करने के लिए प्याज को कूटकर खाने से 20 दिन के अंदर यह सभी रोग ठीक हो जाते हैं.

फुंसी होने पर प्याज का इस्तेमाल

फोड़े फुंसी होने पर प्याज के रस को निकालकर सुबह शाम फोड़े फुंसी पर लगाने से इस रोग से मुक्ति मिल जाती है.

सिर दर्द में प्याज का इस्तेमाल

गर्मी के मौसम में लू लगने से सिर दर्द होना आम बात है, इसको ठीक करने के लिए पांव के तलवों पर प्याज को छीलकर मालिश करनी चाहिए इससे थोड़े देर में सिर दर्द ठीक हो जाता है.

हैजा रोग दूर करने के लिए प्याज का इस्तेमाल

हैजा रोग होने पर प्याज के रस में नमक मिलाकर 2 घंटे बाद में रोगी को पिलाते रहने से हैजा रोग ठीक हो जाता है.

स्वपनदोष होने पर प्याज का इस्तेमाल

इस रोग को ठीक करने के लिए 10 ग्राम सफेद प्याज का रस, 5 ग्राम अदरक का रस, एक चम्मच शहद और 2 ग्राम दही में मिक्स करके सोते समय रोगी को खिलाने से यह रोग ठीक हो जाता है.

सांप के काटने पर प्याज का इस्तेमाल

अगर किसी को सांप के काटने पर विष चढ़ जाए तो 10 ग्राम प्याज का रस और 10 ग्राम सरसों का तेल अच्छी तरह मिलाकर 1 घंटे के अंतर में रोगी को पिलाते रहने से सांप के विष का प्रभाव कम हो जाता है.

Final Word

इस आर्टिकल में हमने आपको प्याज के औषधिय गुणों के बारे में बताया है और इसके अलावा प्याज के द्वारा किए जाने वाले घरेलू उपचार के बारे में भी हमने आपको बताया है. अगर आपको इसके बारे में कुछ और जानना है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में भी कमेंट करके पूछ सकते हैं.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button
Close